*अखिल विश्व गायत्री परिवार नाशिक द्वारा श्री क्षेत्र त्रंबकेश्वर में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया*
भंडारे मे करीब 25000 से 30000 भाविकों ने महाप्रसाद का लाभ लिया
श्री क्षेत्र त्रंबकेश्वर नाशिक मे श्रावण महिने के तीसरे सोमवार के उपलक्ष में महाराष्ट्र के कोने कोने से लाखो की तादात में देवाधिदेव महादेवजी के भक्त एवम वारकरी संप्रदाय के समूह श्री क्षेत्र त्रंबकेश्वर की प्रदक्षिणा(फेरी)के लिए आते हे जो की करीब 30km की पैदल यात्रा होती हे और यह प्रदक्षिणा भक्त लोग बहुत भाव एवम आस्था के साथ संपूर्ण करते हे लोगो का मानना है कि यह प्रदक्षिणा कर के पुण्य अर्जन होकर कई पाप एवम कष्टों का नाश होता है यह प्रदक्षिणा रविवार की रात्रि से कुशावर्त कुंड से प्रारंभ होकर समस्त त्रंबकेश्वर क्षेत्र की प्रदक्षिणा कर सोमवार को देवाधिदेव महादेव त्रंबकेश्वर मंदिर में महादेव जी के दर्शन करके संपूर्ण होती हे.
ऐसे पावन शुभ पर्व पर अखिलविश्व गायत्री परिवार नाशिक के सभी सदस्यों द्वारा आने वाले सभी भाविक भक्तो की सुविधा हेतु भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमे व्रत करने वाले भाविको के लिए साबूदाना खिचड़ी अन्य भावीको के लिए पूरी भाजी एवम चाय और पानी की व्यवस्था की गइ .इस भंडारे मे करीब 25000 से 30000 भाविकों ने महाप्रसाद का लाभ लिया साथ साथ अखिलविश्व गायत्री परिवार यह उपक्रम पिछले 7 साल से करता आया है यह विशाल भंडारे का आयोजन करके केवल उन्होंने महादेवकी भक्तो की सेवा ही नहीं बल्कि समस्त भंडारे के समाप्ति के पश्चात जहा भंडारा हूवा वहा की जगा और रास्ते की सफाई अभियान भी किया यह कार्य समस्त बड़े आयोजनों के लिए दिव्य मिसाल है कई क्षेत्र में कई लोग भंडारा करते तो हे परंतु वह जगह को दूषित कर देते हे और गंदा करके चले जाते ही जिस से प्रदूषण होता है और पीछे से अन्य लोगो को उसकी तकलीफ होती हे परंतु गायत्री परिवार नासिक ने यह श्रेष्ठ कार्य कर आध्यात्मिक क्षेत्र में कार्यरत होते हुवे भी प्रकृति की रक्षा के कार्यों को लेकर एक नया मोती पिरोया है.
और हमे यह सिख दी है की “हम सुधरेंगे तो युग सुधरेगा हम बदलेंगे तो युग बदलेगा” यह सोच को कायम रख ते हुवे गायत्री परिवार नासिक ने संस्कार और संस्कृति को नया दृष्टि कोण प्रदान किया साथी साथ हजारों भक्तो को रात्रि के समय सुविधा उपलब्ध कराई.